Aug 30, 2011

Tum to aaj bhi ho

एक सदी भीत गयी, एक ज़माना चला गया,
रह-जुज़र हर तराना भीत गया.
कम्बक्ह्त यह दिल एहसास दिलाता है,
तू तो गया पर तेरा साया रह गया...

एक अरसा हुआ तुजे देखे हुए, तेरी सूरत का हर नक्षा याद है,
माना हाथों को हाथों में लिया नहीं कबसे,

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