तू मेरे पास है पर दिल तुजे ढूँढता क्यों है
भिखरी यादों पैर यह दर्द सा कोहरह क्यों है.
है ज़माने में कई रंज-ओ-सितम,
तेरी फुरकत ने परेशान मुझे किया क्यों है.
तू यह कहता है मैं तुझ्से, तू मुझसे नहीं,
फिर भी तुजे देखके मेरा दिल धड़कता क्यों है.
भिखरी यादों पैर यह दर्द सा कोहरह क्यों है.
है ज़माने में कई रंज-ओ-सितम,
तेरी फुरकत ने परेशान मुझे किया क्यों है.
तू यह कहता है मैं तुझ्से, तू मुझसे नहीं,
फिर भी तुजे देखके मेरा दिल धड़कता क्यों है.
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